अंतरिक्ष में खाए गए 10 अजीबोगरीब फूड्स | My Kitchen Diary

 

स्पेस में खाए गए 10 सबसे अजीबोगरीब फूड्स

जब भी हम अंतरिक्ष यात्रा के खाने के बारे में सोचते हैं, तो अक्सर हमारे दिमाग में वो फ्रीज़-ड्राइड खाना या फिर ट्यूब में पैक किया हुआ पेस्ट आ जाता है। मतलब, वो जो हमें हमेशा फिल्म्स में या फिर किसी एस्ट्रोनॉट के इंटरव्यू में दिखता है। हर बार सोचते हैं, क्या ये वाकई में खाना होता है? थोड़ा अजीब लगता है, है न? लेकिन असल में, कुछ एस्ट्रोनॉट्स ने सच में कुछ ऐसे अजीब और मजेदार खाने खाए हैं, जो हम यहां धरती पर सोच भी नहीं सकते। और सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये खाने सिर्फ उनकी भूख शांत करने के लिए नहीं थे, बल्कि ये अंतरिक्ष में रहने की चुनौतियों को समझने और सुलझाने के लिए भी काफी मददगार साबित हुए। आपको यकीन नहीं होगा, लेकिन ये खाद्य पदार्थ न केवल उनकी डायट का हिस्सा बने, बल्कि कुछ ने तो अंतरिक्ष यात्रा के वैज्ञानिक प्रयोगों में भी अहम भूमिका निभाई। मतलब, उन खाने के साथ-साथ उनकी जांच और प्रयोगों ने वैज्ञानिकों को बहुत कुछ सिखाया भी। अब ये जो खाने की लिस्ट है, वो सिर्फ फ्रीज़-ड्राइड पिज्जा और पैक्ड स्नैक्स से बहुत आगे जाती है। सोचिए, अंतरिक्ष में इतने अजीब खाने मिलने का क्या मतलब हो सकता है? शायद किसी वैज्ञानिक ने सोचा हो कि चलो, इस अजीब चीज़ को भी ट्राय करते हैं, क्योंकि ये तो धरती पर खाने जैसा नहीं हो सकता! तो अब तैयार हो जाइए, क्योंकि हम आपको बताएंगे उन 10 सबसे अजीब स्पेस फूड्स के बारे में, जिन्हें एस्ट्रोनॉट्स ने अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान चखा। ये वो चीज़ें हैं, जो धरती पर शायद आप और मैं कभी सोचकर भी नहीं खा सकते। लेकिन अंतरिक्ष में, सब कुछ अलग होता है। इन खाद्य पदार्थों ने न केवल एस्ट्रोनॉट्स के खाने की आदतों को बदल दिया, बल्कि इनकी वजह से कुछ नए और रोमांचक प्रयोग भी किए गए। तो चलिए, आज की यह लिस्ट शुरू करते हैं, और देखते हैं कि एस्ट्रोनॉट्स ने क्या-क्या खाया, जो हमारे लिए तो बस एक मस्त मज़ाक की तरह लगता है!


1. स्पेस-फ्रेंडली टॉर्टिला

जब अंतरिक्ष में खाने की बात आती है, तो एक बड़ा चैलेंज ये होता है कि ब्रेड के क्रम्ब्स यानी टुकड़े हवा में उड़ने लगते हैं। अब सोचिए, वो छोटे-छोटे टुकड़े अगर किसी यांत्रिक उपकरण में फंस जाएं, तो क्या हो सकता है! एस्ट्रोनॉट्स को ऐसी किसी भी समस्या से बचने के लिए सोचना पड़ा और यही वजह है कि उन्होंने ब्रेड की जगह टॉर्टिला का इस्तेमाल करना शुरू किया। हां, वही टॉर्टिला जो हम यहां धरती पर किसी पार्टी में डिप्स के साथ खाते हैं, बस अंतरिक्ष में इसका रूप थोड़ा अलग था। टॉर्टिला को खास तरीके से डिजाइन किया गया था, ताकि यह आसानी से रोल हो सके और इसके छोटे-छोटे टुकड़े न निकलें, जो अंतरिक्ष के यांत्रिक सिस्टम में फंस जाएं। तो अब एस्ट्रोनॉट्स को खाने की चिंता नहीं रही, क्योंकि ये उन्हें पूरी तरह से सुरक्षित और बिना गड़बड़ी के खा सकते थे। और क्या आपको पता है, टॉर्टिला को जितना हम आसानी से खा सकते हैं, उतना ही ये लंबे समय तक खराब भी नहीं होती। मतलब, उसे पैक करना भी बहुत आसान था, और ये इतने दिन तक फ्रेश रहती थी कि एस्ट्रोनॉट्स को कोई शिकायत नहीं आई। इसके अलावा, ये सिर्फ एक सादा रोटी नहीं थी, बल्कि इसे विभिन्न प्रकार के डिप्स और सॉस के साथ भी खाया जाता था। मतलब, हर दिन का खाना थोड़ा और मज़ेदार और स्वादिष्ट हो जाता था। तो आप समझ सकते हैं कि जब आपको अंतरिक्ष में इतने महीनों तक रहना हो, तो थोड़ी फ्लेवर्ड रोटियां तो चाहिए ही! नासा ने इस पर कई प्रयोग किए और पाया कि टॉर्टिला खास तौर पर अंतरिक्ष के मिशनों के लिए बहुत सही है, क्योंकि ये न केवल खाने में आरामदायक है, बल्कि ये ज्यादा पोषक तत्व भी देती है। अब, ये तो कह सकते हैं कि नासा ने जिस चीज़ पर हाथ डाला, वो काम आई।

टॉर्टिला


2. फ्रीज़-ड्राइड आइसक्रीम

फ्रीज़-ड्राइड आइसक्रीम, जिसे हम एस्ट्रोनॉट आइसक्रीम के नाम से भी जानते हैं, वो एक ऐसी आइसक्रीम है जो देखने में बिल्कुल अलग लगती है। ये वो आइसक्रीम है जिसे फ्रीज़-ड्राई प्रोसेस के जरिए पानी निकाल दिया जाता है, मतलब इसमें पानी नहीं रहता, और यही कारण है कि ये सूखी और हल्की हो जाती है। अब ये जब हल्की हो जाती है, तो इसे बिना पिघले खाया जा सकता है। और क्योंकि ये बहुत हल्की है, इसलिए अंतरिक्ष यात्रा के लिए पैक करना भी बेहद आसान होता है। लेकिन, ये आइसक्रीम एस्ट्रोनॉट्स के लिए इतना भी आकर्षक नहीं होती। क्यों? क्योंकि ये बहुत ही क्रम्बली होती है, मतलब थोड़ा सा चम्मच से टच करते ही टूटने लगती है। इसके अलावा, जब इसे खाते हैं, तो इसकी क्रीमी और चिकनाई वाली बनावट पूरी तरह से चली जाती है, और फिर इसका स्वाद भी वैसे नहीं होता जैसा हमें आम आइसक्रीम का मिलता है। तो, आप समझ सकते हैं, ये वो आइसक्रीम नहीं है जिसे हम किसी गर्मी के दिन खाने के लिए ढूंढ़ते हैं। फिर भी, इस आइसक्रीम का इस्तेमाल एक वैज्ञानिक प्रयोग के तौर पर अंतरिक्ष में किया जाता है। एस्ट्रोनॉट्स इसे एक तरह के मनोरंजन के तौर पर खाते हैं, जैसे हम कभी-कभी कुछ नया टेस्ट करने के लिए कोई अलग सा स्नैक ट्राई करते हैं। तो भले ही ये स्वाद में थोड़ी हटके हो, लेकिन अंतरिक्ष में कुछ हटकर खाने का मजा ही अलग है!

ड्राइड आइसक्रीम


3. जेलीफिश

आपने सही सुना! एक समय था जब नासा ने एक बेहद अजीब और दिलचस्प प्रयोग किया था उन्होंने अंतरिक्ष में जेलीफिश भेजी। और इसका उद्देश्य क्या था? दरअसल, वैज्ञानिकों को ये जानना था कि शून्य गुरुत्वाकर्षण (जीरो-ग्रैविटी) में जीवों का व्यवहार कैसा बदलता है। अब ये सोचिए, हम और आप तो कभी सोचना भी नहीं सकते कि जेलीफिश को अंतरिक्ष भेजा जाएगा, लेकिन यह वास्तव में हुआ था। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, एस्ट्रोनॉट्स ने इन जेलीफिश का स्वाद भी चखा। अब, भले ही ये प्रयोग मुख्य रूप से जीवों के शारीरिक और व्यवहारिक परिवर्तनों को समझने के लिए था, लेकिन इसके साथ ही, ये अंतरिक्ष में खाने की एक बहुत ही अजीब और अनोखी सामग्री बन गई। जेलीफिश, जो आम तौर पर समुद्र में ही पाई जाती हैं, अब अंतरिक्ष में एक नए रूप में नजर आईं। हालांकि, जेलीफिश अंतरिक्ष का एक सामान्य भोजन तो नहीं बन सकती, लेकिन इसके साथ किए गए इस प्रयोग ने वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद दी कि अंतरिक्ष में विभिन्न जीवों के लिए आदर्श परिस्थितियाँ क्या हो सकती हैं।अब, सोचिए, जेलीफिश को अंतरिक्ष भेजना, ये खुद में कितनी अजीब बात है! लेकिन ये भी एक बहुत ही दिलचस्प वैज्ञानिक कदम था, जो हमें यह समझने में मदद करता है कि अंतरिक्ष में जीवन के लिए क्या-क्या चीजें जरूरी हो सकती हैं। तो, भले ही जेलीफिश हमारे डेली मीनू का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन अंतरिक्ष में उनके बारे में जानना काफी फ्यूचरिस्टिक और दिलचस्प था!

जेलीफिश


4. श्रिम्प कॉकटेल (स्पाइसी झींगा)

अंतरिक्ष में एस्ट्रोनॉट्स का स्वाद वाकई बदल जाता है, और इसका कारण है शून्य गुरुत्वाकर्षण (जीरो-ग्रैविटी)। जी हां, जीरो-ग्रैविटी में स्वाद की संवेदनाएँ थोड़ी कमजोर हो जाती हैं, मतलब जो स्वाद हमें यहां ज़मीन पर आते हैं, वो एस्ट्रोनॉट्स को वैसा महसूस नहीं होता। इसी वजह से, उन्हें तीखा और मसालेदार खाना ज़्यादा पसंद आता है। और जब बात चटपटे और मसालेदार खाने की हो, तो श्रिम्प कॉकटेल, यानी स्पाइसी झींगा, एस्ट्रोनॉट्स का फेवरेट बन जाता है। यह श्रिम्प कॉकटेल न केवल स्वाद में तीव्र और मस्त होता है, बल्कि ये एस्ट्रोनॉट्स को ऊर्जा भी देता है, जो लंबी अंतरिक्ष यात्राओं के दौरान बहुत ज़रूरी होती है। मतलब, जब आप अंतरिक्ष में होते हैं, तो सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं, बल्कि उस खाने से मिलने वाली एनर्जी भी मायने रखती है। और इसे और भी खास बनाने के लिए, श्रिम्प कॉकटेल के साथ एक खास तरह का हॉट सॉस भी दिया जाता है, जो इसे और भी स्वादिष्ट बना देता है। अब सोचिए, अंतरिक्ष में रहते हुए जब एस्ट्रोनॉट्स को घर जैसा कुछ मसालेदार खाना मिलता है, तो उनके चेहरे पर मुस्कान तो जरूर आती होगी। इतनी दूर होने के बाद भी, अगर आपको थोड़ा मसालेदार स्वाद मिल जाए, तो भूख और थकान दोनों भूल जाते हैं!

श्रिम्प कॉकटेल


5. ट्यूब में पैक किया हुआ मांस और वेजिटेबल सूप

अंतरिक्ष के शुरुआती मिशनों में, एस्ट्रोनॉट्स को ट्यूब में पैक किया हुआ मांस और वेजिटेबल सूप दिया जाता था। अब, ये सूप न तो किसी पांच सितारा होटल का स्वाद देता था, और न ही इसे देखकर लगता था कि वाह, क्या खाने वाला है! लेकिन हां, पोषण के हिसाब से यह ठीक था, यानी वो जो जरूरी चीज़ें थीं, वो सब इसमें थीं। क्योंकि अंतरिक्ष में खाने को तैयार करना और उसे लंबे समय तक सुरक्षित रखना एक काफी बड़ी चुनौती थी, इसलिए शुरुआती दिनों में ट्यूब-पैक खाना ही एक समझदारी भरा और सुविधाजनक विकल्प था। लेकिन, ये ट्यूब-पैक सूप बहुत ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं था। एस्ट्रोनॉट्स ने इसे असुविधाजनक और स्वाद में बिल्कुल साधारण पाया। किसी ने तो यह भी कहा कि इसका स्वाद ऐसा था जैसे गड़बड़-गड़बड़ पेस्ट हो। और जब आप अंतरिक्ष में होते हैं, तो स्वाद का थोड़ा भी बदलाव आपको हर चीज़ में महसूस होने लगता है। तो, जाहिर है, धीरे-धीरे इस तरह के भोजन की खपत कम हो गई। इसके बाद, नासा ने एस्ट्रोनॉट्स के लिए और भी बेहतर और स्वादिष्ट विकल्पों की तलाश शुरू कर दी। अब, जो स्पेस फूड्स होते हैं, वो न केवल पोषक होते हैं, बल्कि स्वाद में भी अच्छे होते हैं। मतलब, अब एस्ट्रोनॉट्स को इंटरनेशनल फ्लाइट्स के जैसा खाना नहीं मिलता, लेकिन हां, कम से कम उनका खाना ज्यादा स्वादिष्ट और सुविधाजनक जरूर हो गया है।

मांस और वेजिटेबल सूप


6. स्पेस-फ्रेंडली पिज्जा

क्या आप सोच सकते हैं कि अंतरिक्ष में भी पिज्जा खाया जा सकता है? अब, यह सुनकर थोड़ा अजीब लगे, लेकिन हां, नासा ने एक खास तरह का पिज्जा तैयार किया है जिसे स्पेस मिशनों के दौरान खाया जा सकता है। यह पिज्जा फ्रीज़-ड्राइड होता है, मतलब पानी निकालकर उसे हल्का और लंबे समय तक सुरक्षित किया जाता है, लेकिन खाने के बाद इसका स्वाद असली पिज्जा जैसा ही होता है। यकीन मानिए, अंतरिक्ष में रहते हुए एस्ट्रोनॉट्स को एक अच्छी तरह से पका हुआ पिज्जा खाने का अहसास भी मिलता है! इस स्पेस पिज्जा को खास इस तरह से तैयार किया जाता है कि वह शून्य गुरुत्वाकर्षण में भी सुरक्षित रहे और उसका स्वाद बिल्कुल वही हो जो हम पृथ्वी पर खाते हैं। इसमें सॉस, चीज़ और बाकी सारी सामग्री होती है, जो एक सामान्य पिज्जा को स्वादिष्ट बनाती हैं। बस, फर्क इतना है कि इसे पैक करने के बाद इसे बहुत लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है, ताकि एस्ट्रोनॉट्स जब चाहें, इसे खा सकें। जब एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में एक आरामदायक और स्वादिष्ट भोजन की आवश्यकता होती है, तो पिज्जा उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प बन जाता है। सोचिए, अंतरिक्ष में रहते हुए अगर आपका मन पिज्जा खाने का करे, तो आपको पिज्जा मिलना कितना मजेदार होगा!

पिज्जा


7. नट्स और ड्राय फ्रूट्स

अंतरिक्ष में हल्के, पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों की हमेशा जरूरत होती है, क्योंकि एस्ट्रोनॉट्स को ऊर्जा भी चाहिए और खाने का वजन भी कम होना चाहिए। इसलिए, नट्स और ड्राय फ्रूट्स को अंतरिक्ष में खाए जाने वाले सबसे अच्छे स्नैक्स माना जाता है। मूंगफली, काजू, अखरोट जैसे नट्स खासतौर पर अंतरिक्ष यात्रा के लिए पैक किए जाते हैं, ताकि एस्ट्रोनॉट्स को एक अच्छा, हेल्दी और पोषक स्नैक मिल सके। ये नट्स बहुत उच्च कैलोरी वाले होते हैं, जिससे एस्ट्रोनॉट्स को लंबी यात्रा के दौरान तुरंत ऊर्जा मिलती है। और तो और, इनका आकार भी छोटा होता है, जिससे पैक करना और स्टोर करना आसान हो जाता है। इसके अलावा, ड्राय फ्रूट्स भी एक बेहतरीन विकल्प होते हैं। इनमें काफी सारे जरूरी पोषक तत्व होते हैं, और ये खाने में भी बहुत आसान होते हैं। मतलब, बिना किसी झंझट के, बस हाथ में लिया और खा लिया। इन नट्स और ड्राय फ्रूट्स का एक और बड़ा फायदा ये है कि ये लंबे समय तक खराब नहीं होते। इस वजह से, ये अंतरिक्ष में स्टोर करने के लिए एकदम आदर्श होते हैं। जब एस्ट्रोनॉट्स को ऊर्जा की जरूरत हो और उन्हें ज्यादा जगह भी न घेरनी हो, तो ये नट्स और ड्राय फ्रूट्स उनके लिए एक परफेक्ट स्नैक बन जाते हैं।

ड्राय फ्रूट्स


8. स्पेस में उगाई गई सब्जियां

हाल ही में, अंतरिक्ष में सब्जियां उगाने के कई दिलचस्प प्रयोग किए गए हैं। इसका उद्देश्य यह जानना था कि क्या शून्य गुरुत्वाकर्षण में सब्जियां ठीक से उग सकती हैं और क्या वे एस्ट्रोनॉट्स को पर्याप्त पोषण दे सकती हैं। और आपको जानकर मजा होगा कि इस प्रयोग में लेट्यूस और कुछ हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल थीं, जो आमतौर पर हमारी दिनचर्या का हिस्सा होती हैं। अंतरिक्ष में उगाई गई ये सब्जियाँ न केवल खाने में स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि एस्ट्रोनॉट्स के लिए ताजे पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत भी बन जाती हैं। जब आप अंतरिक्ष में होते हैं, तो वहां ताजे फल और सब्जियों का मिलना काफी मुश्किल होता है, तो ये ताजगी एस्ट्रोनॉट्स को मानसिक और शारीरिक रूप से भी रिफ्रेश करती है। इसके अलावा, इस अध्ययन ने वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष में जीवन के लिए आवश्यक तत्वों की आपूर्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। जैसे कि, किस प्रकार की सब्जियां और पौधे अंतरिक्ष में अच्छे से उग सकते हैं, और क्या वो शून्य गुरुत्वाकर्षण में अपनी पोषण गुणवत्ता बनाए रख सकते हैं। ये शोध भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा को और भी सस्टेनेबल और सुविधाजनक बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं।

सब्जियां


9. स्क्विड और ऑक्टोपस

एक और अजीब और दिलचस्प अंतरिक्ष भोजन का उदाहरण स्क्विड और ऑक्टोपस हैं। हां, आपने सही सुना! एक वैज्ञानिक प्रयोग के दौरान, नासा ने स्क्विड को अंतरिक्ष में भेजा था। अब, ये सुनकर थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन ये था एक शोध का हिस्सा। इसके बाद, कुछ एस्ट्रोनॉट्स ने इन समुद्री जीवों का स्वाद लेने की इच्छा जताई। यानी, जब अंतरिक्ष में होते हुए आप खाना खाते हैं, तो कभी-कभी अनोखा खाना भी ट्राई कर लेते हैं। हालांकि, स्क्विड और ऑक्टोपस को अंतरिक्ष में एक सामान्य भोजन के रूप में नहीं देखा जाता, लेकिन ये एक दिलचस्प प्रयोग था। इस प्रयोग का मुख्य उद्देश्य समुद्री जीवों के शरीर के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना था, खासतौर पर उनके शारीरिक बदलाव और व्यवहार को समझना। तो आप कह सकते हैं कि ये न केवल खाने का एक तरीका था, बल्कि एक वैज्ञानिक शोध का हिस्सा भी था। अब, ये कहना मुश्किल है कि एस्ट्रोनॉट्स ने उस स्वाद को कितना पसंद किया, लेकिन यह निश्चित रूप से एक दिलचस्प और अलग प्रयोग था, जिसने अंतरिक्ष में जीवन के विभिन्न पहलुओं पर एक नया दृष्टिकोण दिया।

ऑक्टोपस


10. स्पाइसी सालसा और हॉट सॉस

अंतरिक्ष यात्रियों के स्वाद परस्पर कमजोर हो जाते हैं, यानी शून्य गुरुत्वाकर्षण में उनकी स्वाद की संवेदनाएँ थोड़ी फीकी पड़ जाती हैं। इसका मतलब ये है कि उन्हें तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थ ज्यादा पसंद आते हैं। अब, सोचिए जब आपको अंतरिक्ष में महीनों रहना हो और आपको स्वाद की कमी महसूस हो रही हो, तो क्या सबसे अच्छा होता है? बिलकुल! सालसा और हॉट सॉस जैसे तीखे और मसालेदार खाद्य पदार्थ। यही कारण है कि ये खाद्य पदार्थ एस्ट्रोनॉट्स की पसंदीदा चीज़ें बन जाती हैं। इन तीखे सॉस और सालसा के साथ, एस्ट्रोनॉट्स अपने खाने को और ज्यादा स्वादिष्ट और संतोषजनक बना सकते हैं। मतलब, जब स्वाद थोड़ा फीका सा हो, तो एक अच्छा सालसा या हॉट सॉस उसे पूरी तरह से बदल सकता है। इनसे उनका खाना भी मजेदार लगता है और साथ ही, इन सॉस के तीखेपन से उनकी स्वाद की कमज़ोर संवेदनाओं को फिर से उत्तेजना मिलती है। आप कह सकते हैं कि ये सालसा और हॉट सॉस एस्ट्रोनॉट्स के लिए एक तरह से स्वाद की खुराक हो जाते हैं, जो उन्हें अंतरिक्ष में रहने के दौरान स्वाद का अहसास दिलाते हैं। ये उनके खाने को एक नया मोड़ देते हैं और खाने का अनुभव और भी रोचक बना देते हैं!

सालसा


स्पेस फूड सिर्फ न्यूट्रिशन देने के लिए ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक खोजों और शून्य गुरुत्वाकर्षण में खाने की आदतों को समझने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। सोचिए, जब हम पृथ्वी पर होते हैं, तो खाना सिर्फ पेट भरने के लिए नहीं होता, बल्कि हमें उसकी संतुष्टि और स्वाद भी चाहिए। अब, जब एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में होते हैं, तो वही संतुष्टि कैसे मिलती है, यह एक बड़ा सवाल बन जाता है। और यही वजह है कि एस्ट्रोनॉट्स के भोजन में लगातार सुधार हो रहा है ताकि उन्हें न सिर्फ ज़रूरी पोषण मिल सके, बल्कि वे खाना खाते वक्त उस अनुभव का भी पूरा मजा ले सकें। आखिरकार, अंतरिक्ष में खाना एक जटिल और रोमांचक प्रक्रिया है। ये सिर्फ एस्ट्रोनॉट्स के जीवित रहने के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि यह विज्ञान और तकनीकी विकास में भी बहुत मदद करता है। जब हम अंतरिक्ष में भोजन बनाने के तरीके को समझते हैं, तो हम यह भी समझ पाते हैं कि कैसे हम भविष्य में और बेहतर, अधिक पोषक और स्वादिष्ट भोजन बना सकते हैं। और भविष्य में, शायद हमें और भी रोचक और स्वादिष्ट भोजन मिलें! जैसे हमने सुना है कि पिज्जा, मसालेदार झींगा, और यहां तक कि ताजे पत्ते भी अंतरिक्ष में आ सकते हैं। तो यह कहना गलत नहीं होगा कि अंतरिक्ष में खाने की खोज अभी शुरू हुई है, और आने वाले समय में हमें और भी नई चीजें देखने को मिल सकती हैं।


📢 अगर आपको स्पेस में जाने का मौका मिले तो आप कौन सा खाना लेना चाहेंगे? हमें कमेंट में बताएं!

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