गर्मी में पेट की समस्या क्यों बढ़ती है?
गर्मी का मौसम आते ही जैसे सब कुछ स्लो मोड पे चलने लगता है मूड भी ढीला, एनर्जी भी हाफ़ और पेट भी हर बात पे नाराज़। ऊपर से उमस और बढ़ती हुई तपिश, तो जैसे शरीर का सिस्टम ही हिल जाता है। इस टाइम पर बाहर का तला-भुना खाना या भारी डाइट पेट के लिए बिल्कुल वैसा होता है जैसे गरमी में चाय पीना उल्टा असर।ऐसे में पेट की तकलीफें जैसे गैस, अपच, जलन या एसिडिटी तो आम बात हो जाती है। लेकिन टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं है किचन में ही कुछ ऐसे सुपरफूड्स मौजूद हैं जो ना सिर्फ स्वाद में बढ़िया हैं, बल्कि गर्मियों में पाचन को एकदम सही ट्रैक पर भी रखते हैं। थोड़ा सा खानपान पर ध्यान दो, और कुछ देसी नुस्खे अपनाओ – फिर देखो, ना पेट बिगड़ेगा, ना मूड। चलो अब बताते हैं 7 ऐसे सुपरफूड्स जो इस गरमी में तुम्हारे पेट को ठंडक देंगे और पाचन को एकदम फिट रखेंगे। तैयार हो जाओ, क्योंकि अब पेट बोलेगा आराम है बॉस।
1. छाछ (Buttermilk) – नेचुरल प्रोबायोटिक
अब गर्मी में अगर कोई चीज़ सच में हीरो बनके सामने आती है ना, तो वो है छाछ। मतलब एक ग्लास ठंडी छाछ पीते ही ऐसा लगता है जैसे पेट पे AC लग गया हो। और ये कोई बस सुकून देने वाली चीज़ नहीं है, बल्कि पेट के लिए पूरी तरह फायदेमंद भी है। छाछ में होते हैं प्रोबायोटिक्स यानि वो अच्छे वाले बैक्टीरिया, जो पेट के डाइजेशन सिस्टम को बूस्ट करते हैं। जब खाना भारी लगने लगे, या पेट में गैस, जलन, अपच जैसी टेंशन हो तब छाछ एकदम संजीवनी जैसा काम करती है। और ये सिर्फ अंदरूनी हेल्थ तक ही नहीं रुकती, छाछ शरीर का टेम्परेचर भी बैलेंस करती है। गर्मी में जब पसीना बहता है और शरीर डिहाइड्रेट होने लगता है, तब ये एकदम नैचुरल कूलर का काम करती है ठंडक देती है और बॉडी को हाइड्रेट भी रखती है। अब इसे कैसे लेना है? तो बिल्कुल टेंशन नहीं चाहे रायते की शक्ल में खा लो, चाहे मसाला डालकर एकदम ठंडी चिल्ड छाछ बनाकर पी लो। नमक, भुना जीरा, थोड़ा कटा धनिया डालो और हो गया मज़ेदार हेल्दी ड्रिंक रेडी। गर्मी में पेट को सेट रखना है तो छाछ को डेली डाइट में ज़रूर शामिल करो। सस्ती भी है, टेस्टी भी है, और हेल्दी तो है ही।
2. सौंफ (Fennel) – पेट को ठंडक देने वाला मसाला
अब सौंफ को हम लोग अकसर बस माउथ फ्रेशनर समझ के खाते हैं रेस्टोरेंट में खाना खा लिया, बाहर निकले और मुट्ठी भर सौंफ चबा ली। लेकिन असली बात तो ये है कि सौंफ सिर्फ मूंह की खुशबू के लिए नहीं, पेट के लिए भी पूरी रामबाण दवा है। गर्मी के मौसम में पेट ज़रा ज़्यादा सेंसिटिव हो जाता है हल्का सा कुछ उल्टा खा लिया या टाइम से नहीं खाया तो गैस, जलन, अपच जैसी दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। ऐसे में सौंफ एकदम जादू जैसा काम करती है। सौंफ में नैचुरल कूलिंग प्रॉपर्टीज होती हैं यानि ये पेट को ठंडक देती है और पाचन तंत्र को शांत रखती है। खाना खाने के बाद अगर एक चम्मच सौंफ चबा ली जाए ना, तो डाइजेशन स्मूद हो जाता है और पेट भी हल्का-फुल्का महसूस होता है। और हां, इसमें जो एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, वो पेट की सूजन को कम करते हैं और गैस जैसी टेंशन से राहत दिलाते हैं। अगर सौंफ चबाने का मन ना हो तो और भी ऑप्शन है एक गिलास पानी में रातभर सौंफ भिगो दो, सुबह उस पानी को छानकर पी लो। एकदम देसी और असरदार तरीका है, खासकर गर्मियों में पेट ठंडा रखने के लिए। तो अगली बार जब पेट थोड़ी मस्ती करने लगे, या खाना हैवी लग रहा हो सौंफ याद रखना। छोटा पैकेट, बड़ा धमाका टाइप चीज़ है ये।
3. अदरक (Ginger) – पाचन तंत्र का टॉनिक
अदरक यानी हमारी किचन की वो चीज़ जो दिखती तो मामूली है, पर काम बड़े-बड़े करती है। इसे यूं ही नहीं पाचन तंत्र का टॉनिक कहा जाता सच में, अदरक पेट की हेल्थ के लिए एकदम मास्टर स्ट्रोक है। अब देखो, गर्मियों में जब खाना भारी लगने लगता है या पेट यूं ही चिड़चिड़ा सा महसूस करता है, तो अदरक एकदम हीरो की तरह एंट्री मारता है। इसमें ऐसे गुण होते हैं जो हमारे पाचन एंज़ाइम्स को एक्टिव कर देते हैं, जिससे खाना जल्दी और सही तरीके से पचता है। नतीजा ना गैस, ना जलन, ना अपच। अदरक में नैचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो पेट की अंदरूनी सूजन को शांत करते हैं और जो जलन होती है ना, उसको धीरे-धीरे कम कर देते हैं। गर्मी में आप अदरक की चाय पी सकते हो हां, वो मसालेदार वाली नहीं, हल्की-सी पकी हुई सौम्य सी अदरक वाली चाय जो पाचन में भी हेल्प करे और शरीर को डिटॉक्स भी। या फिर अदरक का पानी बना लो थोड़ा अदरक काट के पानी में उबालो, ठंडा होने दो और दिन में थोड़ा-थोड़ा पियो। एकदम देसी तरीका, लेकिन असर एक नंबर। और अगर तुम थोड़े बहादुर हो, तो अदरक को थोड़ा नमक लगाकर कच्चा भी खा सकते हो तीखा ज़रूर लगेगा, पर पेट की सेहत बोलेगी वाह। तो कुल मिलाकर, अदरक को गर्मियों में डाइट से बाहर रखना मतलब है अपने पाचन सिस्टम से दुश्मनी करना। रोज़ थोड़ा-थोड़ा शामिल करो, और पेट रहेगा एकदम बिंदास।
4. पुदीना (Mint) – पेट के लिए नैचुरल ठंडक
गर्मी और पुदीना ये कॉम्बिनेशन तो वैसा है जैसे आम के साथ नमक, यानी एकदम परफेक्ट। पुदीना सिर्फ स्वाद बढ़ाने वाला हर्ब नहीं है, ये तो पेट के लिए गर्मियों में किसी ठंडी छांव जैसा काम करता है। जब पेट में जलन हो रही हो, एसिडिटी परेशान कर रही हो, या खाने के बाद बेचैनी सी लगे तब पुदीना एकदम सुकून देने वाला तरीका है। इसमें मेन्थॉल नाम का नैचुरल ठंडा करने वाला तत्व होता है, जो पेट के अंदर की गर्मी को शांत करता है और डाइजेशन को स्मूद बना देता है। पुदीना का पानी पी लो एकदम फ्रेश फीलिंग आती है। या फिर इसे चटनी में डाल दो, रायते में मिला दो, जूस में घुमा दो कहीं भी डालो, बस पेट खुश हो जाता है। और हां, सिर्फ पेट ही नहीं, पुदीना शरीर को भी हल्का-फुल्का और एनर्जेटिक बनाए रखता है। गर्मियों की सुस्ती और भारीपन में जब कुछ भी करने का मन ना करे, तब एक गिलास पुदीने वाला पानी एनर्जी रीफ्रेश कर देता है। तो भाई, गर्मी में पुदीना को इग्नोर करना मतलब अपने पेट के साथ नाइंसाफी करना। हर दिन थोड़ा-थोड़ा शामिल करो ताजगी भी बनी रहेगी और पेट बोलेगा, थैंक यू यार।
5. नारियल पानी (Coconut Water) – पेट की गर्मी कम करने वाला सुपरड्रिंक
अब गर्मियों में अगर कोई चीज़ सच में नेचर की तरफ़ से गिफ्ट लगी है ना, तो वो है नारियल पानी। मतलब ये सीधा-सीधा सुपरड्रिंक है बिना प्रेज़ेंटेशन, बिना दिखावे, लेकिन काम में पूरी तरह दमदार। सबसे बड़ी बात नारियल पानी पीते ही बॉडी को एक ठंडा सा झटका लगता है, एकदम फ्रेशनेस का फील आता है। और ये सिर्फ फीलिंग की बात नहीं है, इसका असर पेट के अंदर भी दिखता है। गर्मी में जो पेट में जलन होती है, एसिडिटी चिढ़चिढ़ा बना देती है, वो सब नारियल पानी धीरे-धीरे शांत कर देता है। इसमें नैचुरल इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम वगैरह जो बॉडी की गर्मी को बैलेंस में रखते हैं और पाचन तंत्र को एकदम रिलीफ देते हैं। गर्मियों में जब पसीना निकल-निकल के एनर्जी ड्रेन हो जाती है, तब नारियल पानी बॉडी को फिर से चार्ज कर देता है बिना शुगर, बिना प्रिज़र्वेटिव। सिंपल तरीका? सीधा खोलो और पी लो। और अगर थोड़ा ट्विस्ट चाहिए तो इसे ताजे फलों या जूस के साथ भी मिक्स कर सकते हो एकदम हेल्दी एंड टेस्टी कॉकटेल बन जाएगा। तो जब भी लगे कि पेट गरमाया हुआ है, डाइजेशन स्लो हो रहा है या बस शरीर थका-थका लग रहा है एक ठंडी सी नारियल पानी की चुस्की लो, और फिर देखो, कैसे पेट भी बोले भाई, अब सुकून है।
6. केला (Banana) – नैचुरल एंटासिड
केला वो फल है जो बचपन से हमें हर घर में, हर हालत में देखने को मिला है। बुखार हो, पेट खराब हो, टाइम ना हो, बजट टाइट हो केला हर जगह मौजूद रहता है। और गर्मियों में तो ये सीधा पेट का बेस्ट फ्रेंड बन जाता है। असल में केला एक नैचुरल एंटासिड होता है मतलब ये पेट में बनने वाले एक्स्ट्रा एसिड को कूल डाउन करता है। जब पेट में जलन हो रही हो या एसिडिटी मूड खराब कर रही हो, तब एक केला खाना जैसे पेट को कह रहा हो – भाई, चिंता मत कर, मैं हूं ना। इसमें पोटेशियम और फाइबर ढेर सारा होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और गैस जैसी झंझटों को दूर करता है। सबसे बड़ी बात, केला खाने के बाद पेट एकदम हल्का-फुल्का महसूस करता है ना कोई भारीपन, ना जलन। और हां, ये फल ऐसा है जो ज़्यादा प्रोसेस नहीं मांगता बस छीलो और खा लो। कोई काटना-छांटना नहीं, कोई झंझट नहीं। चाय के साथ खाओ, स्मूदी में डालो या यूं ही स्नैक की तरह पेट खुश, मन खुश। गर्मियों में जब बाहर की गर्मी पेट के अंदर तक पहुंचने लगे, तब रोज़ाना एक केला एकदम सस्ता, सिंपल और सुपर असरदार उपाय है। तो अगली बार जब पेट बोले थोड़ा रिलैक्स चाहिए तो केला लो अपना देसी एंटासिड।
7. दही (Curd) – पेट के लिए सुपरफूड
अब जब गर्मी और पाचन की हो रही हो, और उसमें दही का नाम ना आए ऐसा तो हो ही नहीं सकता। दही मतलब सीधा देसी कूलिंग सुपरफूड, जो ना सिर्फ पेट को ठंडक देता है बल्कि अंदर से दुरुस्त भी कर देता है। दही में होते हैं प्रोबायोटिक्स यानी वो अच्छे वाले बैक्टीरिया जो हमारे पेट में जाकर एकदम दोस्ती निभाते हैं। ये बैक्टीरिया पेट की सफाई, डाइजेशन और इम्यूनिटी सब कुछ मैनेज कर लेते हैं, बिना किसी हंगामे के। गर्मी में पेट जल्दी गड़बड़ाता है कभी जलन, कभी गैस, कभी एसिडिटी। ऐसे में दही का एक कटोरा जैसे पेट को कहता है, “भाई, रिलैक्स कर, मैं संभाल लूंगा। रायता बना लो उसमें थोड़ा भुना जीरा, पुदीना, ककड़ी वगैरह डाल दो। लस्सी पी लो मीठी हो या नमकीन, दोनों ही दिल और पेट दोनों को ठंडा कर देती है। या फिर छाछ हल्की-फुल्की, पर असरदार।और सबसे अच्छी बात ये कि दही हाइड्रेशन में भी मदद करता है। मतलब गर्मी में जब पानी कम लगने लगता है, थकान चढ़ने लगती है, तब दही ना सिर्फ एनर्जी देता है, बल्कि पेट को भी शांत रखता है। तो भाई, गर्मियों में दही को डेली डाइट में ज़रूर शामिल करो। ये कोई एक्स्ट्रा चीज़ नहीं है ये तो आपकी थाली का हीरो है, जो साइलेंटली अपनी जिम्मेदारी निभा रहा होता है। पेट बोलेगा वाह मस्त यार।
गर्मी का मौसम वैसे ही परेशान करने वाला होता है ऊपर से अगर पेट भी साथ छोड़ दे तो फिर क्या ही बोले बंदा। गर्मी और उमस सीधा असर डालती है हमारे पाचन तंत्र पे। पेट कभी जल रहा होता है, कभी फूल रहा होता है, और कभी बस ऐसे ही बेज़ार सा लग रहा होता है। लेकिन सारा झंझट सही खानपान से हल हो सकता है। कोई बड़ी-बड़ी दवाइयों या महंगे हेल्थ ड्रिंक्स की जरूरत नहीं है बस हमारे आस-पास की चीज़ें ही काफी हैं, जो सस्ती भी हैं और असरदार भी। अब देखो छाछ, सौंफ, अदरक, पुदीना, नारियल पानी, केला और दही ये सब कोई फैंसी फूड नहीं हैं, बल्कि अपने घर की किचन में रोज़ दिखने वाली चीज़ें हैं। लेकिन असर ऐसा कि पेट भी बोले भाई अब चैन मिला। छाछ पेट को ठंडा करती है, सौंफ गैस को भगाती है, अदरक डाइजेशन को एक्टिव रखती है, पुदीना तो जैसे सीधा ठंडक की चादर बिछा देता है पेट के अंदर। नारियल पानी हाइड्रेट करता है और अंदर की गर्मी को बाहर निकालता है, केला पेट को सुकून देता है और दही तो जैसे पेट का सच्चा दोस्त बन जाता है एकदम भरोसेमंद।तो गर्मियों में पेट की टेंशन को हल्का करना है तो इन देसी सुपरफूड्स को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना लो। थोड़ा ध्यान दो, थोड़ा प्यार दो पेट को और फिर देखो, पाचन तंत्र ।
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